छू सकूँ किसी के दिल को अपनी कविता कहानी से तो क्या बात है। अहसास कर सकूं हर किसी के दर्द को अपनी कविता कहानी से तो क्या बात है। जीते जी किसी के काम आ सकूँ तो क्या बात है। kavita in hindi, hindi kavita on life, hindi poems, kavita hindi mein on maa
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स्त्री एक शक्ति
स्त्री हूं👧
स्री हूं, पाबंदियों की बली चढ़ी हूं, मर्यादा में बंधी हूं, इसलिए चुप हूं, लाखों राज दिल में दबाए, और छुपाएं बैठी हूं, म...
नई सोच
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स्री हूं, पाबंदियों की बली चढ़ी हूं, मर्यादा में बंधी हूं, इसलिए चुप हूं, लाखों राज दिल में दबाए, और छुपाएं बैठी हूं, म...
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हमने भी ख़्वाब देखें हैं, सपने बेहिसाब देखे हैं। चेहरों पर नक़ाब देखे है, किस पर यकीं करें दोस्तो जब अपने ही ख़राब देखे है। बदलते मंजरों का...
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भाग-१ किशोरावस्था जीवन का कठिन काल है,ऐसा मैंने कहीं पढ़ा था। लेकिन कहीं न कहीं मैंने माना भी कि...
Heart touching poem
जवाब देंहटाएंHeart touching poem
जवाब देंहटाएंAti sundar kavita
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