मैं उसके दिल को ठेस नही लगा सकती।मैं उसके दिल कोठेस नही लगा सकती।माँ हूँ मैं उसकी,उसका नन्हा सा दिल,नहीं दुखा सकती।भोला सा है वोप्यारा सा है।शरारतों से भरा,पिटारा सा है वो।हल्की सी ठेस परमुझे देखता है।सहानुभूति भरीमेरी गोद खोजता है।मैं उसके दिल कोठेस नही लगा सकती।माँ हूँ मैं उसकी,उसका नन्हा सा दिल,नहीं दुखा सकती।चम्मच से चप्पल तकसब उसका खिलौना हैईँट पत्थर रेत मिट्टी,सब उसके लिए खाना है।घर की हर एक चीज़ कोउसे हाथ लगाना है।दुसरों के सामान पर भीअपना अधिकार जताना हैं।मैं उसके दिल कोठेस नही लगा सकती।माँ हूँ मैं उसकी,उसका नन्हा सा दिल,नहीं दुखा सकती।कोई चीज़ हाथ से छीन लूं,तो उसे बिखर जाना है।चिल्ला चिल्ला कर सारा घरसर पर उसे उठाना है।प्यारी सी आँखों से,आंसुओ की झड़ीलगाना हैं।मैं उसके दिल कोठेस नही लगा सकती।माँ हूँ मैं उसकी,उसका नन्हा सा दिल,नहीं दुखा सकती।
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स्री हूं, बचपन, उसने प्रेम में, क्या आप खुश हैं इससे?, अस्थिर मन, जल ही जीवन है।, वो ना तुम थे,ना हम थे, वो ऐसा ही था।, प्रेम🌹, रक्षा बंधन🎊♥, कभी रिमझिम☔कभी तबाही🌊, नकाब👽