सोमवार, 10 मई 2021

माँ



कहती कम
वो सहती ज्यादा है।
चिंता में घुली सी
रह गई आधा है।
परिवार के 
मोतियों को
जोड़ने वाला वो
 एक मात्र धागा है।
सबके जीवन को
चमकाती जो,
उसका जीवन
कितना सादा है।
घर का हर कोना
उसके होने से ही
 गुलज़ार है।
वो जो नहीं तो
सूना सा ये संसार है।
माँ धरती पर हमारे लिए
सबसे कीमती उपहार है।
उसके प्रेम और त्याग से
महका सारा घर बार है।

-mamtaपाठक

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