kavita in hindi
वो चले गएतुम भी चले जाओगे।लाखों करोड़ो,अरबों की सम्पत्ति।जिसके लिए ताउम्रसुकून खोया।वो छोड़ गए।वो चले गएतुम भी चले जाओगेजिसके लिए अपनो से रूठेकितने रिश्ते टूटेरिश्तों की मर्यादा तोड़क्या क्या न कह बैठेवो चले गएतुम भी चले जाओगेदम्भ अभिमान मेंकागज़ के टुकड़ों कीशान में।झूठी क्षणभंगुरपहचान में।वो चले गएतुम भी चले जाओगे
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