kavita in hindi
उसने प्रेम में कुछ
ऐसी शर्त रखी मुझसे।
साथ दूंगा जीवन भर
मगर ख़बरदार
कभी कोई सवाल
न हो मुझसे।
उसने प्रेम में कुछ
ऐसी शर्त रखी मुझसे।
मेरी शर्तों पर जीना
मेरी ही शर्तों पर मरना
अगर ख्वाइश है।
रिश्ता बनाए रखना।
उसने प्रेम में कुछ
ऐसी शर्त रखी मुझसे।
तेरा गम तेरा ही रहेगा
मुझसे बाँटने की
सोच न लेना।
हा खुशी बाँटने
के लिए
मैं हरदम
तैयार हूं।
उसने प्रेम में कुछ
ऐसी शर्त रखी मुझसे।
मुझे एक जीती जागती
सूरत से।
एक खामोश
मूरत बना दिया
प्रेम देने की एवज़ में
मेरा अस्तित्व ही मिटा दिया।
उसने प्रेम में कुछ
ऐसी शर्त रखी मुझसे।
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ये मनःस्थिति, हे मनुष्य तुमने क्या चाहा, मैं बूढ़ा हो गया, ये आँसू बह जाते है, नैसर्गिक, मैं उसके दिल को ठेस नही लगा सकती।, मत पूछो हाल मेरा, वक़्त वक़्त की बात है, माँ, कोविड का दौर, जल ही जीवन है।
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