सोमवार, 25 अगस्त 2025

मांस भक्षी को अपना स्वाद चाहिए

मांस भक्षी को 
अपना स्वाद चाहिए 
और कसाई को अपना फ़ायदा ।  
जाली में कैद वो पशु पक्षी 
जो पल पल छुरे को देख कर ,
अपनी मृत्यु की कल्पना से
 जिस दर्द और दहशत से 
गुजर रहे है ,
 छुरे के नीचे गर्दन आने से पहले, 
वो,
 नज़ाने कितनी बार मर रहे है।
 ये अंदाजा भला..
 मांस भक्षी और कसाई 
कैसे लगा सकता है?
 भला उसको क्या फ़र्क पड़ता है
 उस दर्द से..उस दहशत से..मनु...

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