शुक्रवार, 13 अगस्त 2021

kavita on rakshabandhan/brother/भाई तुम अनमोल हो/ rakshabandhan special

भाई तुम अनमोल हो
कौन शब्द बना है
दुनिया में,
जिसमें तुम्हारा तोल हो।

भाई तुम अनमोल हो

हर मुश्किल में तुम
खड़े हो।
हर बाधा से तुम
लड़े हो।

भाई तुम अनमोल हो

भाई बहन के रिश्ते का
तुम ही सच्चा अर्थ हो
हर दुविधा को मिटाने में
 सदैव तुम समर्थ हो।

भाई तुम अनमोल हो।
 
कोमल वचन तुम्हारे
पल में पीड़ा हर लेते हैं।
अदभुत कौशल है तुम्हारा
हर उलझन को सुलझा देते हो

भाई तुम अनमोल हो

सौभाग्यशाली हूँ मैं 
जो तुम मेरे ही भाई हो।
तुम्हारा स्नेह जीवन भर है
फ़िर कहाँ कोई कठिनाई है।

भाई तुम अनमोल हो


रक्षाबंधन के इस पावन उत्सव पर
मेरी बस इतनी सी अभिलाषा है
मेरी स्नेह बन्धन राखी से
सजी तुम्हारी कलाई हो।
 
भाई तुम अनमोल हो

जिस राह को तुम पकड़ो,
उस राह तुम्हारी तरक्की हो।
कार्यक्षेत्र और जीवनक्षेत्र में,
सिर्फ वाह-वाही हो।

भाई तुम अनमोल हो

भविष्य तुम्हारा उज्ज्वल हो।
अधरों पर मुस्कान खिलती हो
फलों-फूलों तुम चिरंजीवी रहो।
जीवन तुम्हारा उल्लासित हो।

भाई तुम अनमोल हो


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